
सीकर. गर्मियों में बोतल बन्द पानी की बढ़ती मांग को देखते हुए चिकित्सा विभाग की टीम ने मंगलवार को पैकिंग वाटर प्लांटों पर कार्रवाई की और जांच के लिए पानी के सैम्पल लिए। सीएमएचओ डॉ. निर्मल सिंह ने बताया कि शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत विभाग की टीम ने मंगलवार को रींगस के पैकिंग वाटर प्लांटों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि गर्मियों में पीने के पानी खपत बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए एफएसओ मदनलाल बाजिया, महमूद अली और नंदलाल मीणा की टीम ने रींगस में
बोतलों में पानी पैक कर सप्लाई करने वाले पैकिंग वाटर प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान रींगस के बिजारणियां एंटरप्राइज, विनीत इंड्रस्टीज, केआरएम इंड्रस्टीज के यहाँ से पेकिंग ड्रिंकिंग वाटर के सैम्पल लिए। वही आईटीसी लिमिटेड के यहाँ से दम आलू मसाला और जीरा पाउडर का सैम्पल लिया। सभी सैम्पल को जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला जयपुर भेजा गया है। वाटर प्लांट के निरीक्षण के दौरान टीम ने एफएसएसएआई का लाइसेंस और आईएसआई या आईएसओ सर्टिफिकेट होना जरूरी है और एफएसएसएआई के नियमों का पालन करने के सभी को पाबंद किया।